• बोज़ चमड़ा

पूर्वानुमान अवधि के दौरान एशिया-प्रशांत क्षेत्र सबसे बड़ा सिंथेटिक चमड़ा बाजार होने की उम्मीद है।

एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन और भारत जैसे प्रमुख उभरते देश शामिल हैं। इसलिए, इस क्षेत्र में अधिकांश उद्योगों के विकास की संभावनाएँ प्रबल हैं। कृत्रिम चमड़ा उद्योग उल्लेखनीय रूप से विकसित हो रहा है और विभिन्न निर्माताओं के लिए अवसर प्रदान करता है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में विश्व की लगभग 61.0% जनसंख्या निवास करती है, और इस क्षेत्र में विनिर्माण और प्रसंस्करण क्षेत्र तेज़ी से विकसित हो रहे हैं। एशिया-प्रशांत क्षेत्र कृत्रिम चमड़ा का सबसे बड़ा बाज़ार है, जिसमें चीन प्रमुख बाज़ार है और इसके उल्लेखनीय रूप से विकसित होने की उम्मीद है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उभरती अर्थव्यवस्थाओं में बढ़ती प्रयोज्य आय और जीवन स्तर में सुधार इस बाज़ार के प्रमुख प्रेरक हैं।

इस क्षेत्र में बढ़ती जनसंख्या और नई तकनीकों व उत्पादों के विकास के कारण, यह क्षेत्र कृत्रिम चमड़ा उद्योग के विकास के लिए एक आदर्श स्थान बनने का अनुमान है। हालाँकि, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के उभरते क्षेत्रों में नए संयंत्रों की स्थापना, नई तकनीकों का कार्यान्वयन और कच्चे माल प्रदाताओं तथा विनिर्माण उद्योगों के बीच एक मूल्य आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण उद्योग जगत के लिए एक चुनौती होने की उम्मीद है, क्योंकि यहाँ शहरीकरण और औद्योगीकरण कम है। फुटवियर और ऑटोमोटिव क्षेत्रों का तेजी से विकास और प्रक्रिया निर्माण में प्रगति एशिया-प्रशांत क्षेत्र के बाजार के कुछ प्रमुख प्रेरक कारक हैं। ऑटोमोटिव उद्योग की बढ़ती माँग के कारण भारत, इंडोनेशिया और चीन जैसे देशों में कृत्रिम चमड़ा बाजार में तेज़ वृद्धि होने की उम्मीद है।


पोस्ट करने का समय: 12 फरवरी 2022